उच्च माध्यमिक स्तर के सरकारी स्तर के सरकारी तथा निजी विद्यालयों में कार्यरत पुरूष तथा महिला शिक्षकों की जीवन संतुष्टि का तुलनात्मक अध्ययन।

Authors

  • इन्दिरा सिंह वरिष्ठ आचार्या, किशन इन्सटीट्यूट आॅफ टीचर्स, एजूकेशन, मेरठ

Keywords:

माध्यमिक, सरकारी तथा निजी

Abstract

शिक्षा एक दीर्घगामी चलने वाली प्रक्रिया हैं तथा शिक्षक इस प्रक्रिया में वह चालक है जो छात्र को उसके गंतव्य स्थल तक पहुँचाता है। लेकिन वर्तमान में शिक्षण का स्तर दिन-प्रतिदिन गिरता जा रहा है और इसके लिए पूर्णरूपेण शिक्षक को जिम्मेदार ठहराया जाता है। संभवतः ऐसा इसलिए होता है कि शिक्षक अपने कार्य से संतुष्ट न हो, कार्य से संतुष्ट हो तो जीवन से संतुष्ट न हो। यदि शिक्षक जीवन से संतुष्ट नही है तो इसका सीधा प्रभाव उसकी कार्यप्रणाली पर पड़ता है। इसलिये शोधकत्र्री ने सरकारी तथा निजी माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत पुरूष तथा महिला शिक्षकों की जीवन-संतष्टि को जानने का प्रयास किया। तद्हेतु कुल 160 शिक्षकों ( 80 सरकारी विद्यालय के शिक्षक-40 पुरूष शिक्षक, 40 महिला शिक्षक, 80 निजी विद्यालय के शिक्षक-40 पुरूष शिक्षक, 40 महिला शिक्षक) का चयन न्यादर्श हेतु किया। शिक्षकों की जीवन-संतुष्टि के स्तर को मानकीकृत परीक्षण द्वारा ज्ञात किया गया तथा तुलनात्मक अध्ययन में मध्यमान, मानक विचलन तथा ‘टी’ परीक्षण का प्रयोग किया गया। संकलित आॅकड़ों के विश्लेषण से सरकारी तथा निजी वि़द्यालयों में कार्यरत पुरूष तथा महिला शिक्षकों की जीवन संतुष्टि में सार्थक अन्तर प्राप्त हुआ।

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Published

2018-06-30

How to Cite

सिंह इ. (2018). उच्च माध्यमिक स्तर के सरकारी स्तर के सरकारी तथा निजी विद्यालयों में कार्यरत पुरूष तथा महिला शिक्षकों की जीवन संतुष्टि का तुलनात्मक अध्ययन।. Innovative Research Thoughts, 4(5), 113–118. Retrieved from https://irt.shodhsagar.com/index.php/j/article/view/889