चरखी दादरी का इतिहास और संस्कृति पर अध्ययन

Authors

  • Sarita Ph. D. Scholar, Department of History Om Sterling Global University , Hisar, Haryana

Keywords:

सांस्कृतिक परंपराओं, गहरी श्रद्धा, पहचान, शासन

Abstract

चरखी दादरी का ऐतिहाससक विकास इसकी प्रारंसिक बस्स्ियों से लेकर मौयय, गुप्ि और मुगल साम्राज्यों के प्रिाि के साथ-साथ ब्रिटिश औपतनिेसशक शासन के पररिियनकारी काल िक पिा चलिा है। परमिीर चक्र से सम्मातनि कंपनी क्िाियर मास्िर हिलदार अब्दुल हासमद की िीरिापूर्य विरासि पर विशेष ध्यान टदया जािा है, स्जनकी 1965 के िारि-पाक युद्ध के दौरान बहादुरी आज िी प्रेररि करिी है। चरखी दादरी की सांस्कृतिक परंपराओं का विस्िार से पिा लगाया गया है, जो स्थानीय देििाओं, िव्य वििाह समारोहों और उत्साहपूर्य त्योहार समारोहों के प्रति गहरी श्रद्धा को उजागर करिी है। ये परंपराएँ केिल अनुष्ठान नहीं हैं बस्कक पहचान, आध्यास्त्मकिा और सामुदातयक बंधनों की असिन्न असिव्यस्क्ियाँ हैं।

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Published

2023-09-30

How to Cite

Sarita. (2023). चरखी दादरी का इतिहास और संस्कृति पर अध्ययन. Innovative Research Thoughts, 9(4), 242–247. Retrieved from https://irt.shodhsagar.com/index.php/j/article/view/708