महिला जनप्रतिनिधियों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति का समाजशास्त्रीय अध्ययन (हिसार एवं फतेहाबाद जिले के सन्दर्भ में)

Authors

  • पुष्पिन्द्र कौर शोधार्थीसमाजशास्त्र विभाग, महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय, रोहतक

Keywords:

जनप्रतिनिधि, समाजशास्त्रीय

Abstract

भारत में व्यापक स्तर पर महिला राजनीतिक अधिकारों के संघर्ष का प्रारम्भ स्वतन्त्रता आन्दोलनों के दौरान ही हो गया था। अपने राजनीतिक अधिकारों के लिए भारतीय महिलाओं की तरफ से पहली माँग 1917 में की गई। 1917 में श्रीमती ऐनी बेसेन्ट को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्रथम महिला अध्यक्ष चुना गया। वर्ष 1917 में ही मारग्रेट कॉजिन्स के नेतृत्व में ‘सरोजनी नायडू, ऐनी बेसेन्ट, डॉ॰ जोशी, हीरा बाई टाटा एवं डारोथी जिना राजदास तत्कालीन भारत सचिव ई॰एस॰ माण्टेन्यू व गवर्नर चेम्स फोर्ड से मिली तथा महिलाओं के मताधिकार की माँग की।

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प्रथम संस्करण, राजस्थान

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Published

2018-03-31

How to Cite

कौर प. (2018). महिला जनप्रतिनिधियों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति का समाजशास्त्रीय अध्ययन (हिसार एवं फतेहाबाद जिले के सन्दर्भ में) . Innovative Research Thoughts, 4(3), 172–178. Retrieved from https://irt.shodhsagar.com/index.php/j/article/view/562