शीत युद्ध का इतिहास , विकास के कारण और अंतरााष्ट्रीय राजनीती पर प्रभाव : एक अध्यन

Authors

  • Suman Khatri Assistant Professor, Department of Pol. Science Saini co-Education College Rohtak

Keywords:

इततहास, अंतरााष्ट्रीय राजनीती

Abstract

तितीय तिश्वयुद्ध (1939-1945) के बाद के काल में संयुक्त राज्य अमेररका और सोतियत रूस के बीच उत्पन्न तनाि की तथितत को शीत युद्ध के नाम से जाना जाता है। कुछ इततहासकारों िारा इसे शस्त्र सतित शाततत का नाम भी ददया गया है। तितीय तिश्वयुद्ध के दौरान संयुक्त राज्य अमेररका, तिटेन और रूस ने कंधे से कतधा तमलाकरधूरी राष्ट्रों- जमानी, इटली और जापान के तिरूद्ध संघर्ा दकया िा। दकततु युद्ध समाप्त होते ही, एक और तिटेन तिा संयुक्त राज्य अमेररका तिा दूसरी ओर सोतियत संघ में तीव्र मतभेद उत्पन्न होने लगा। बहुत जल्द ही इन मतभेदों ने तनाि की भयंकर तथितत उत्पन्न कर दी।

References

Conflict After the Cold War: Arguments on Causes of War and Peace edited by Richard K. Betts

Opportunism and Enforcement: Hungarian Reception of Michurinist Biology in the Cold War Period by Gábor PallóMiklós Müller

Civil Wars & the Post–Cold War International Order by Bruce D. Jones and Stephen John Stedman

अंतरराष्ट्रीय राजनीतत पर शीत-युद्ध का प्रभाि

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Published

2018-03-30

How to Cite

Khatri, S. (2018). शीत युद्ध का इतिहास , विकास के कारण और अंतरााष्ट्रीय राजनीती पर प्रभाव : एक अध्यन. Innovative Research Thoughts, 4(2), 38–41. Retrieved from https://irt.shodhsagar.com/index.php/j/article/view/467