चौ.छाजूराम- एक जूट-किंग

Authors

  • विकास कुमार Shri J.J.T. University, Jhunjhunu

Keywords:

हजारी बाग, एक जूट-किंग

Abstract

चौधरी छाजूराम के परिवार की हालत ठीक नहीं थी क्योंकि उनके पिता जी साधारण किसान थे। दसवीं की परीक्षा पास करने के बाद उनके ऊपर नौकरी करने का दबाव था किन्तु वे पढ़ना चाहते थे। अतः वे अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए ट्युशन करने लगे ताकि कुछ पैसे जमा हो सके। उसी दौरान वे एक स्टेशन मास्टर से मिले तथा उनके सहयोग से हजारी बाग पहुंचे। वहां उनके बच्चों को ट्युशन पढ़ाया। किन्तु ट्युशन हजारी बाग छोड़कर कलकत्ता पहुंच गए।

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Published

2018-03-30

How to Cite

कुमार व. (2018). चौ.छाजूराम- एक जूट-किंग. Innovative Research Thoughts, 4(1), 189–195. Retrieved from https://irt.shodhsagar.com/index.php/j/article/view/453