कालिदास कृत मेघदूत: एक लििेचना

Authors

  • Seema Punia MA (Sanskrit literature), Mphil (Sanskrit)

Keywords:

कालिदास कृत मेघदूत, संस्कृत भाषा

Abstract

संस्कृत भाषा ही आर्यों की मातृ-भाषा थी। कहतें हैं-उस समर्य संस्कृत भाषा को ही िोक-व्यहार के प्रर्योग में िार्या जाता था। इसलिए संस्कृत के प्रकाण्ड लिद्वानों की भी कमी नहीं थी। कुछ लिद्वान िीणा पालण मां सरस्िती के कृपा-पात्र भी थे, उनमें से एक कलि कालिदास का नाम भी आता है। संचार के साधनों में पशु-पक्षी भी आते थे। इसलिए लिरही र्यक्ष का संदेश-िाहक कलि ने मेघ (बादि) को बनार्या लजसमें लिरह-व्यथा के मार्मिक िणिन का प्राकृलतक लचत्रण भी अपना महत्त्िपूणि स्थान रखता है।

References

काव्य मीमांसा - राजशेखर

ध्िन्र्यािोक - व्याख्र्याकार श्री कृष्ण कुमार

ध्िन्र्यािोक - व्याख्र्याकार, आचार्यि लिश्वेश्वर

क्रा ेेलक्तजीलित - कुन्तक

काव्यािंकार सूत्र – िामन

"मेघदूत" (पीएचपी). भारतीर्य सालहत्र्य संग्रह. अलभगमन लतलथ ९ माचि २००९. |

"कालिदास कृत मेघदूत और उसकी िोकलप्रर्यता" (एचटीएम). लहन्दी नेस्ट. अलभगमन लतलथ ९ माचि २००९. |

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Published

2018-03-30

How to Cite

Punia, S. (2018). कालिदास कृत मेघदूत: एक लििेचना. Innovative Research Thoughts, 4(1), 174–177. Retrieved from https://irt.shodhsagar.com/index.php/j/article/view/450