श्रम संघ :उद्देश्य एवं कायय पर एक वववेचना

Authors

  • Dr. Om Prakash Sahu व्याख्याता श्रम एवं समाज कल्याण ववभाग,सीताराम साहु कॉलेज,नवादा.विहार

Keywords:

श्रम, संघों, विरिश

Abstract

'श्रवमकों के सभी प्रकार के समान वहतों की रक्षा करने के उद्देश्य से िनाया गया, श्रवमकों का संगठन श्रवमक संघ कहलाता है। भारत में आधुवनक उद्योगों की शुरुआत 1850 ई. से 1870 ई. के िीच हुई थी। आद्योवगकीकरण के साथ-साथ इस क्षेत्र में अनेक िुराइयााँ, जैसे- अवधक समय तक श्रवमकों से काम लेना, कठोर श्रम, आवास की असुववधा, कम पररश्रवमक, मृत्यु दर में अवधकता आदद व्याप्त थीं। इन िुराईयों को थोडा िहुत कम करने के वलए विरिश भारत की सरकार ने कई कारखाना अवधवनयम िनाये, पर इन अवधवनयमों द्वारा इन क्षेत्रों में कोई क्ांवतकारी पररवतयन नहीं हुआ।

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Published

2017-12-30

How to Cite

Sahu, D. O. P. (2017). श्रम संघ :उद्देश्य एवं कायय पर एक वववेचना. Innovative Research Thoughts, 3(10), 163–166. Retrieved from https://irt.shodhsagar.com/index.php/j/article/view/287