आधुनिक इतिहास में 1857 की क्रांति पर एक विवेचना
Keywords:
आधुनिक, नििेचिाAbstract
1857 के निद्रोह के स्िरूप और कारणों को लेकर इनिहासकारों मे पर्ााप्त मिभेद हैं । कुछ निद्वािों िे इस महाि घटिा को सैन्र् निद्रोह माििे हैं िो कुछ का र्ह माििा है कक महीिों का र्ह उभार ककसाि निद्रोह था । इस क्ाांनि का प्रारम्भ सैन्र् क्ाांनि के रूप मे शुरू हुआ । परांिु बाद मे इसका स्िरूप बदलकर निटटश सत्ता के निरुद्ध एक जिव्यापी आांदोलि के रूप मे पटरणि हो गर्ा । िी.डी. सािरकर की पुस्िक “द इांनडर्ि िॉर ऑफ़ इांनडपेंडेंस” (1909 में प्रकानशि) में इसे प्रथम स्ििांत्रिा सांग्राम मािा गर्ा था। 20िीं सदी के शुरुआिी दौर के इनिहास लेखि (राष्ट्रिादी इनिहासकार) में इसे िीर स्ििांत्रिा सेिानिर्ों का सांघर्ा कदखार्ा गर्ा है
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