माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यार्थियों में आनलाइन शिक्षा की उपयोगिता एवं उसके नैतिक जीवन पर पडने वाले प्रभाव

Authors

  • प्रहलाद सहाय मीना शोधार्थी
  • डाॅ देवेन्द्र कुमार लोढा शोध निर्देषक, शिक्षा संकाय लार्ड विष्वविद्यालय अलवर-राजस्थान

Keywords:

आनलाइन शिक्षा प्रणाली, ई-लर्निग

Abstract

आनलाइन शिक्षा प्रणाली अर्थात ई-लर्निग के आधार पर शिक्षा को जाना जाता है। भारत जेसे विकासषील राष्ट्र में आनलाइन शिक्षा एक तकनीकि टुल्स के रूप में उपयोग किया जाने का स्वपन सजोंया गया जिसको सीमित संसाधनों के साथ प्रारम्भ भी किया गया जो स्वभाविक तौर पर क्रियात्मक होते है जिनका उद्देष शिक्षक व शिक्षार्थी के व्यकितगत अनुभव, ज्ञान एवं अभ्यास के साथ शिक्षण प्रक्रिया को पूर्ण करना है।आनलाईन शिक्षा प्रणाली का नवीनतम रूप है जिसको विभिन्न प्लेटफार्म के साथ सम्पन्न किया गया। जिसके लिए शिक्षक के रूप मे इन्टरनेट पर उपलब्ध शैक्षणिक सामग्री का उपयोग किया गया। सन् 1993 में आनलाईन शिक्षा को वैध शिक्षा के रूप में मान्यता मिल गई थी जिसको हम दुरस्थ शिक्षा के रूप मे भी जानते है। ई-लर्निग पर आधारित शिक्षा आज के परिप्रेक्ष्प् में बहुत ही कारगर सिद्व हो रही है क्योकि आमकाजी लोगों की शिक्षा को पूण करने में आनलाइन शिक्षा महत्ती भूमिका निभा रही है।

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Published

2024-12-30

How to Cite

प्रहलाद सहाय मीना, & डाॅ देवेन्द्र कुमार लोढा. (2024). माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यार्थियों में आनलाइन शिक्षा की उपयोगिता एवं उसके नैतिक जीवन पर पडने वाले प्रभाव. Innovative Research Thoughts, 10(4), 106–109. Retrieved from https://irt.shodhsagar.com/index.php/j/article/view/1561