घटती पेयजल गुणवत्ता का मानव स्वास्थय पर प्रभाव

Authors

  • Jitendra Kumar एम.एस.सी जियोग्राफी बीएड़, नेट (जी आर एफ), सेटपी.एच ड़ी (अध्ययनरत) - राजस्थान विश्विद्यालय (जयपुर)

Keywords:

पेयजल गुणवता का ह्यस, जल प्रदुषण

Abstract

जल जीवों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है एवं यह जैव मंडल में पोषक तत्वों के संचरण एवं चक्रण में सहायक है। औद्योगीकरण, नगरीकरण एंव मानव जंनसख्या में वृद्वि के कारण जल की मांग में तीव्रता के साथ ही इसकी गुणवता में भारी गिरावट आई है। आज विश्व के अधिकांश भागों में बढ़ती जल प्रदुषण की समस्या न केवल पेयजल संकट की स्थिति उत्पन्न हुई है बल्कि घटती पेयजल की गुणवता ने मानव स्वास्थय को नाकारात्मक रुप से प्रभावित किया है। दुनिया के कई हिस्सों में पीने योग्य स्वच्छ जल तक लोगों की पहुंच नही है और वे रोगाणुओं, विषैले पदार्थों तथा अनावाश्यक मात्रा में घुले ठोस पदार्थों एवं लवणों से युक्त संदूषित जल स्त्रोतों का प्रयोग करते हैं।

References

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दैनिक जागरण राष्ट्रीय संसकरण, 31.08.2016, पृष्ठ संख्या-14

पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय (भारतीय मानक ब्यूरो)

विश्व स्वास्थय संगठन (पेयजल गुणवता मानक)

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Published

2017-09-30

How to Cite

Kumar, J. (2017). घटती पेयजल गुणवत्ता का मानव स्वास्थय पर प्रभाव. Innovative Research Thoughts, 3(6), 60–64. Retrieved from https://irt.shodhsagar.com/index.php/j/article/view/135