प्रेमचंद की लघुकथाओं में ग्रामीण जीवन का चित्रण

Authors

  • Sanjay Kumar

Keywords:

सामाजिक असमानताएँ, कठिनाइयाँ, गरीबी, प्रेमचंद, ग्रामीण, कथाएँ

Abstract

प्रेमचंद, जिन्हें म ंशी प्रेमचंद के नाम से भी िाना िाता है, एक प्रससद्ध भारतीय लेखक थे जिन्होंने ग्रामीण भारत में रहने वाले लोगों के िीवन के बारे में ववस्तार से सलखा था। उनकी लघ कथाएँ अक्सर ग्रामीण आबादी के संघर्षों और कठिनाइयों के साथ-साथ उनकी िीत और लचीलेपन को चचत्रित करती हैं। प्रेमचंद की लघ कथाओं में ग्रामीण िीवन को चचत्रित करने का सार यहां ठदया गया है प्रेमचंद की लघ कथाएं 20वीं शताब्दी की श रुआत में भारत में ग्रामीण िीवन का एक ववशद चचिण प्रदान करती हैं। उनकी कहाननयाँ अक्सर समाि के ननचले तबके के पािों के इदद-चगदद घूमती हैं, जिनमें ककसान, मिदूर और अन्य कामकािी वगद के व्यजक्त शासमल हैं। अपने लेखन के माध्यम से, प्रेमचंद ने ग्रामीण भारत में मौिूद सामाजिक और आचथदक असमानताओं के साथ-साथ लोगों के साथ होने वाले अन्याय और कठिनाइयों पर प्रकाश डाला। उदाहरण के सलए, अपनी लघ कथा "द कफन" में, प्रेमचंद एक गरीब ककसान की द ददशा की पड़ताल करते हैं, िो अपनी मृत पत्नी के सलए कफन का भ गतान करने में असमथद है। कहानी गरीबी से ि ड़े सामाजिक कलंक और जिस तरह से ग्रामीण गरीबों को अक्सर हासशए पर रखा िाता है और म ख्यधारा के समाि से बाहर रखा िाता है, पर प्रकाश डालती है।

References

डेववड रुत्रबन द्वारा अन वाठदत "द कलेक्टेड शॉटद स्टोरीज़ ऑफ़ म ंशी प्रेमचंद"

आलोक भल्ला द्वारा संपाठदत "प्रेमचंद: ए लाइफ इन लेटसद"

"द वल्डद ऑफ़ प्रेमचंद: ससलेक्टेड शॉटद स्टोरीज़" का अन वाद गॉडदन सी. रोडरमेल ने ककया है

एम. असद द्दीन और अन्य द्वारा अन वाठदत "म ंशी प्रेमचंद: द कम्प्लीट शॉटद स्टोरीज़"

रामववलास शमाद द्वारा "प्रेमचंद एंड ठहज़ वक्सद

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Published

2022-12-30

How to Cite

Sanjay Kumar. (2022). प्रेमचंद की लघुकथाओं में ग्रामीण जीवन का चित्रण. Innovative Research Thoughts, 8(4), 185–189. Retrieved from https://irt.shodhsagar.com/index.php/j/article/view/1189