तुलसीदासजी की सामाजिक परिस्थ्तिियों पर एक लघु अध्ययन

Authors

  • Arun Singh विषय- हिन्दी साहित्य
  • Dr. Navneeta Bhatia सहायक प्रोफेसर (ओ.पी.जे.एस. विश्वविद्यालय)

Keywords:

तुलसीदास, मान्यताएं, गोस्वामी

Abstract

भारतीय संत महात्माओं के जीवन से संबंधित निश्चित जानकारी प्राय कम ही उपलब्ध होती है। इसके कई कारण हो सकते हैं। प्रमुख कारणों में से एक यह है कि यह संत महात्मा अपने सांसारिक जीवन का परिचय प्रकट ही रखना चाहते थे। वे अपने बारे में बातें करना मर्यादा के प्रतिकूल मानते थे। अतः उनकी जीवन-चरित के संबंध में बहुधा मतभेद पाए जाते हैं। संत कबीर, जयंती व सूरदास इत्यादि के जीवन आज भी अनुमान पर आधारित मिलती है। यही स्थिति संत कभी गोस्वामी तुलसीदास जी के साथ ही है।
हिंदी के सबसे बड़े कवि गोस्वामी तुलसीदास जी का जीवन वृत्त सबसे अधिक रहस्य में है। आज हम गोस्वामी तुलसीदास जी के विषय में जो कुछ जानते हैं उनके इतिहास का कम और कल्पना का योग अधिक है। उनके जन्म के स्थान माता, पिता परिवार, गुरु, जाति इत्यादि के संबंध में एकाधिक मान्यताएं प्रचलित है जो विभिन्न ग्रंथों से प्राप्त होती है। उनमें तथ्य का अंश कितना है, यह कहना कठिन है। इस तरह के ग्रंथ जिनमें तुलसीदास की जीवन-चरित्र के प्रबंधन का प्रयास किया गया है, वह या तो पूर्णता प्रमाणिक नहीं है या उनमें गोस्वामी जी के समग्र जीवन का उल्लेख नहीं है।

References

ऽ तुलसी साहित्य में मार्मिक प्रसंगों का मनोवैज्ञानिक अनुशीलन- ओंकार नाथ सिंह, इंटरनैट।

ऽ तुलसी चरित - रघुबर दास

ऽ तुलसी चरित्र- रघुबीर सिंह

ऽ तुलसी की जन्म भूमि- चन्द्रबली पाण्डे

ऽ तुलसी नवमूल्यांकन- रामरत्न भटनागर- इलाहाबाद स्मृति प्रकाशन, 1971

ऽ तुलसीदास एक मूल्यांकन- निरालाकृत- द्वारा रामानुज गिलड़ा, अतुल प्रकशन, कानपुर।

ऽ तुलसीदास- दृष्टि-प्रति-दृष्टि- डॉ0 राजेन्द्र टोकी- हिमालय।

ऽ तुलसी रसायन- डॉ0 भगीरथ मिश्र- साहित्य भवन, इलाहाबाद।

ऽ बावन वैष्णवन की वार्ता- गोकुल नाथ।

ऽ प्राचीन भारतीय साहित्य में नारी- डॉ0 गजानन शर्मा।

ऽ भक्ति रस बोधिनी- भक््तमाल पर प्रियादास की टीका।

ऽ भविष्य पुराण- गीता प्रैस, गोरखपुर।

ऽ नानापुराण निगमागम सम्मत रामचरित मानस- डॉ0 गनौरी महतो, 974 साकेत प्रकाशन गांधी

ऽ मानस की महिलाएँ- रामानन्द शर्मा

ऽ मूल गोसाईं चरित- वेणी माधव दास

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Published

2021-12-30

How to Cite

Arun Singh, & Dr. Navneeta Bhatia. (2021). तुलसीदासजी की सामाजिक परिस्थ्तिियों पर एक लघु अध्ययन. Innovative Research Thoughts, 7(4), 173–178. Retrieved from https://irt.shodhsagar.com/index.php/j/article/view/1080