औद्योगिकीकरण का पर्यावरण पर प्रभाव
औ़द्योगीकरण
Keywords:
शहरीकरण, वन्यजीव अभ्यारणAbstract
पर्यावरण के प्रति सजगता आधुनिकीकरण की देन है। सजगता के अभाव में आधुनिक समाज द्वारा यह मान लिया गया है कि प्रकृति का प्रांगण हर प्रकार के अनाचार के लिये सुरक्षित है। गत चार दशकों में पर्यावरण अवनयन की घटनाओं से उपजली विविध कठिनाईयों विशेषकर जीवन आधारी तत्वों का प्रदूषण, पृथ्वी का बढ़ता तापमान, बढ़ते प्राकृतिक प्रकोप, पिघलते हिमनद जलवायु परिवर्तन विशेष उल्लेखनीय है। औद्योगिक प्रदेशों में अधिक लाभ पर आधारित भौतिक सुख एवं अतिदोहन प्रवृत्ति के विधान में किये गये अतिवादी हस्तक्षेप सम्पूर्ण मानवता के लिए खतरे का कारण बनते जा रहे हैं। आधुनिक समाज में बढ़ती जनसंख्या, बढ़ता भौतिकवाद, उच्च तकनीक प्रकृति के प्रति उपेक्षा पूर्ण मानवीय व्यवहार ने प्रगति की गति को इतना तीव्र कर दिया है कि उससे कुप्रभाव स्पष्ट रूप से प्रगट होने लगे हैं।
References
अलेक्जेण्डर जे.डब्ल्यू.: लोकेशन आॅफ मैन्यू फैक्चरिंग - मैथड्स आॅफ मैजरमेण्ट्स एनाल्स आॅफ द एसोसियेशन आॅफ अमेरिका ज्याॅग्राफर्स, 1958।
ईजार्ड, डब्ल्यू: लोकेशन एण्ड स्पेस इकाॅनामी, ए जनरल थ्योरी रिलेटिंग टू इंडस्ट्रीयल लोकेशन, मार्केट एरियाज, लैण्ड यूज, टेªड एण्ड अरबन स्ट्रक्चर, न्यूयार्क-1956।
कुच्छल, एस.सी.: इण्डस्ट्रीयल इकानामी इन इंडिया, इलाहाबाद, 1969।
घोष, बी.सी.: इंडियन लोकेशन, आॅक्सफोर्ड विश्वविद्यालय, 1949।
चैधरी, एम.आर.: ‘‘आयरन एंड स्ट्रील इंडस्ट्री’’ 1964 आॅक्सफोर्ड बुक कम्पनी कलकत्ता, इण्डस्ट्रीयल ऐस्टेट्स इन वेस्ट बंगाल, 1965 ज्योग्राफीकल रिव्यू आॅफ इण्डिया ‘‘द इण्डस्ट्रीयल लैण्डस्कोप आॅफ वेस्ट बंगाल 1971 आॅक्सफोर्ड एण्ड आई.बी.एच. पब्लिशिंग कम्पनी, कलकत्ता।