समकालीन हिन्दी कहानी में दलित आंदोलन का दर्शन और अम्बेडकरवाद

Authors

  • Sumitra Choudhary Associate professor Sunrise University Alwar

Keywords:

अम्बेडकरवाद, आंदोलन

Abstract

प्रस्तुत शोध प्रबंध के लिए चुनी गई कहानियों पर डाॅ0 बी.आर. अम्बेडकर के आंदोलन के प्रभाव की चर्चा करने से पूर्व कुछ बातों की संक्षेप में चर्चा आवश्यक है। जैसे कि अम्बेडकर का आंदोलन क्या था और उसकी विचारधारा क्या थी ? तत्कालीन समय में अम्बेडकर के आंदोलन के अलावा और कौन से आंदोलन थे और उनकी विचारधारा क्या थी क्योंकि गैर-दलितों की मनःस्थिति और वैचारिक दृष्टि इन्हीं आंदोलनों से निर्मित हुई थी। संक्षेप में गैर-दलित आंदोलन की चर्चा तुलनात्मक रूप से चीजों को देखने में सहायता प्रदान करेगी जिससे विषय को सही परिप्रेक्ष्य मिल सकेगा।

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Published

2020-05-30

How to Cite

Choudhary, S. (2020). समकालीन हिन्दी कहानी में दलित आंदोलन का दर्शन और अम्बेडकरवाद. Innovative Research Thoughts, 6(5), 144–154. Retrieved from https://irt.shodhsagar.com/index.php/j/article/view/1022