टीवी विज्ञापनों में महिलाएं : आजादी या उपभोक्तावाद – एक विशलेषण
Keywords:
टीव़ी, ववऻाऩन, भहहराएॊAbstract
महिलाओं की भूमिका हर क्षेत्र में तेज़ी से बदल रही है। राजनीति से लेकर शिक्षा, कंप्यूटर से लेकर कॉर्पोरेट जगत में महिलाएं अपना लोहा मनवा रही हैं। पर क्या महिलाओं की स्थिति हमारे समाज में सुधर पाई है? क्या मीडिया में उसके प्रस्तुतिकरण में कोई परिवर्तन आया है? महिलाएं हमेशा से विज्ञापन का एक महत्वपूर्ण अंग रही है, चाहे वो घरेलू वस्तुओं का प्रचार हो चाहे पुरुषों की रोज़मर्रा की ज़रूरत की वस्तुओं का प्रचार। महिलाओं को हमेशा से ही विज्ञापनों में एक प्रभावशाली यंत्र की तरह इस्तेमाल किया गया है।
References
टीवी विज्ञापनों में महिलाएं : आजादी या उपभोक्तावाद by दीक्षा
सदियों से महिलाओं की सिथति by शुभ्रा परमार
https://hi.wikipedia.org/wiki/शनल टेलीविज़न सिस्टम कमिटी
भारतीय मीडिया by मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
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